मारुति सुजुकी इंडिया ने कहा कि पिछले एक साल के दौरान लागत बढ़ने की वजह से कंपनी की गाड़ियों पर खराब असर पड़ा है, ऐसे में कंपनी ने बढ़ी हुई लागत का कुछ बोझ ग्राहकों पर डालने का फैसला किया है। कंपनी ने फैसला किया है कि जनवरी 2020 से अलग-अलग मॉडल्स की कीमतों में म अलग-अलग बक्रेतरी की जाएगी। हालांकि, कंपनी ने ये स्पष्ट नहीं बताया कि किन-किन मॉडल के रेट में कितनाकितना इजाफा होगा। कंपनी के मुताबिक इनपुट लागत बढ़ने की वजह से कीमत बढ़ाने का फैसला लिया गया.
सितंबर में बढ़ाए थे दाम मारुति सुजुकी ने 25 सितंबर को अपने कुछ मॉडल आल्टो 800, आल्टो द्म10, स्विफ्ट, सेलेरियो, बलेनो डीजल, इग्निस, स्र5बर डीजल. विटारा बृहद्ग55ड्ड की कीमत 5000 रुपए कम किए थे, जब केंद्र सरकार की तरफ से कॉर्पोरेट टैक्स में कटौती करके ऑटो कंपनियों को राहत दी थीनवंबर में गिरी सेल मारुति सुजुकी की कीमत में कटौती का फायदा फेस्टिवल सीजन की बिक्री के दौरान दिखा भी, जब कंपनी की अक्टूबर माह की बिक्री में इजाफा दर्ज किया गया था लेकिन ये बढ़त एक माह भी बरकरार न राह सकी और नवंबर माह की बिक्री में एक बार फिर गिरावट दर्ज की गई। Maruti Suzuki ने घरेलू बाजार में दो करोड़ पैसेंजर गाड़ियां बेचने की उपलब्धि हासिल की है। बेचने की उसने 37 साल से कम समय में ये उपलब्धि हासिल की है। कंपनी ने 14 दिसंबर 1983 को भारत में अपनी पहली पैसेंजर कार की बिक्री की थीकंपनी ने मारुति 800 की बिक्री के साथ इस यात्रा की शुरुआत की थी। सिर्फ 8 साल में बेची एक करोड़ गाडियांकंपनी ने कहा कि उसने पहले एक करोड़ पैसेंजर गाड़ियों की बिक्री करीब 29 साल में की, जबकि अगली एक करोड़ गाड़ियों सिर्फ आठ साल में ही बेच दी गईं। कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी केनिचि आयकावा ने कहा. हम इस नए कीर्तिमान से उत्साहित हैं। ये उपलब्धि हासिल करना कंपनी. हमारे आपूर्तिकर्ताओं तथा डीलर्स के लिये शानदार प्रोत्साहन है। भारत की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार बनी द्यहथ मारुति सुजुकी की छोटी कार ऑल्टो ने 38 लाख का बिक्री आंकड़ा पार कर लिया है।