समस्तीपुर नियोजित शिक्षकों का ह?ताल एवं धरना प्रदर्शन 20वें दिन लगातार जारी रहा। सभा की अध्यक्षता करते हुए पंकज कुमार वर्मा ने कहा कि बिहार के शिक्षा मंत्री को लगता है कि शिक्षा से न तो भेंट है और न ही कोई मतलब । वे क्या बोलते हैं, शायद खुद भी नहीं समझते, कभी शिक्षकों के हित की बात ही नहीं करते। बिहार के लाखों बच्चों के भविष्य से इन्हें कोई सरोकार ही नहीं। वहीं सचालन कर 2हे शब्बीर आलम ने कहा कि राज्य सरकार हँस कर दे या रोकर, उसे नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी मानते हुए सारी सुविधाएं देना ही होगा। तभी शिक्षकों का होताल टूटेगा, एवं विद्यालय खुलेंगें। सरकार को यथाशीघ्र शिक्षको से वार्ता करनी चाहिए। सभा को अशोक पासवान, कमल पासवान, तेजेन्द्र प्रसाद, सुजीत कुमार, अशरफ जमाल, मुजफ्फर आलम, जावेद आलम, मो0 अंजार, जितेन्द्र कुमार, नौशाद आलम, लक्ष्मी साह, धनंजय प्रियदर्शी, पवन कुमार, दिनेश पासवान, बिपिन कुमार, रणजीत कुमार, प्रिंस कुमार सिंह, राजीव कुमार, एस0 पी0 सिंह, मनोरंजन कुमार, लाल देव प्र० सिंह, आलोक कुमार, त्रिमुवन प्रसाद, सफी अहमद, राम सोगारथ राम, रणजीत कुमार, सपना कुमारी, अर्चना कुमारी, मधुमिता कुमारी, सीता कुमारी, सुनीता कुमारी, सविता कुमारी, मुन्नी कुमारी, निकहत आरा, मुन्नी देवी, शिव कुमारी सिन्हा, कांति कुमारी, नूतन कुमारी, माधुरी गुप्ता, आदि सैंकड़ों शिक्षकों ने संबोधित किया।
नियोजित शिक्षकों का हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन 20 वें दिन भी जारी